SWITCH MANTRA SERIES -15
The fifteenth mantra of Switch mantra series is one of the most effective and miraculous mantra for attaining freedom from diseases, for attaining longevity and destroying all forms of misery.
Switch mantra- 15 is :
OM JOOM SAH MAM PAALAYE PAALAYE SAH JOOM OM
This mantra is also known as “Laghu Mrityunjaya Mantra” . “Mahamritunjaya mantra” is revered as the most potent Mahamantra in the scriptures like Shivpuran, Narayanopnishad and Mantrasaar etc. It is considered to be the most powerful mantra of Lord Shiva. This mantra has various forms and various names. Switch mantra 15 is the ‘Dashakshari’ Mrityunjaya mantra. It is said to be quite beneficial for mental, emotional and physical health. Mrityunjaya is unification of two words – ‘Mrityun’ means ‘Death’ and ‘jaya’ means ‘victory’, thus, ‘mritunjaya’ means ‘the one who victor the death’. This mantra provides a happy, long life by destroying all kinds of ailments & miseries.
🔅 SPECIAL NOTE
If you are doing this mantra not for yourself but for your loved one, then replace the word ’MAM’ with the name of the person, for whom you are reciting the mantra. For e.g.
OM JOOM SAH(person's name) PAALAYE PAALAYE SAH JOOM OM
स्विच मन्त्र सीरीज़ -15
स्विच मन्त्र सीरीज़ का पंद्रहवां मंत्र रोगमुक्ति के लिये, दीर्घायु होने के लिये, कष्टों से मुक्ति पाने के लिये अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारी मंत्र है । मंत्रों में मृत्युंजय मंत्र को दैहिक, दैविक और भौतिक पीड़ा हरने वाला कहा जाता हैं।
स्विचमन्त्र -15 इस प्रकार है :
ॐ जूं स: माम् पालय पालय स: जूं ॐ
इस मन्त्र को “लघु मृत्युंजय मंत्र” के रूप में भी जाना जाता है ।शिवपुराण, नारायणणोपनिषद एवं मंत्रसार आदि ग्रंथों में “महामृत्युंजय मंत्र” को 'सर्वोत्तम' महामंत्र' की संज्ञा दी गई है और इसे भगवान शिव का सबसे बड़ा मंत्र माना जाता है। इस मंत्र के कई रूप और नाम हैं । स्विचमंत्र -15 दशाक्षरी मृत्युंजय मंत्र है ।
इस मंत्र के बीज अक्षरों में विशेष शक्ति मौजूद है। मृत्युंजय का अर्थ है - मृत्यु पर विजय । ये मंत्र रोग-शोक का नाश कर दीर्घायु प्रदान करने वाला है ।
🔅विशेष नोट :
ॐ जूं स: माम् पालय पालय स: जूं ॐ
स्वयं के लिए इस मंत्र का जप इसी तरह होगा, जबकि किसी अन्य व्यक्ति के लिये यह जप किया जा रहा हो तो ‘माम्’ के स्थान पर उस व्यक्ति का नाम लेना होगा -
ॐ जूं स: (व्यक्ति का नाम) पालय पालय स: जूं ॐ