The Switch Mantra 7 is a very powerful & useful mantra for the students & learners.
The Switch Mantra 7 is
‘SHRI PURUSHOTTAM - MAHA PURUSHOTTAM – MAHA MAHA PURUSHOTTAM’
‘Purushottam’ means ‘Supreme person’ or ‘Supreme Being’, it is also one of the names of Lord Vishnu. It's symbolic deeper meaning is "One who is above & beyond the Kshara (Destroyable i.e. Prakṛti) and Akshara (Undestroyable i.e. Atma). The meaning of ‘Purush’ is ‘Higher Self’ or ‘Atma’ and thus, Purushottam means the highest of the Higher self.
‘Shri’ means Lakshmi ,prosperity,beauty, grace, brilliance, Saraswati, power.
‘Maha’ means ‘very large’ or ‘great’ or ‘greater’.
Thus, this Switch Mantra helps us to connect with our highest of our true & higher self by attaining ‘Shri’(brilliance, power) by the blessings of Shri(Saraswati). It provides us with grace, wisdom, knowledge, brilliance, power and intelligence and adds purity, radiance and depth to our thoughts.
True knowledge is that guides us through all three -physical, mental and spiritual dimensions. This Switch Mantra helps us to become better on all the three dimensions.
SHRI PURUSHOTTAM - MAHA PURUSHOTTAM – MAHA MAHA PURUSHOTTAM
By regularly chanting this mantra, students can become sharper, focused, brighter and by developing better personality , can become greatly successful in life.
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स्विच मन्त्र सीरीज़ का सातवां मन्त्र विद्यार्थियों के लिये है ।
सातवां स्विच मंत्र इस प्रकार है -
‘श्री पुरुषोत्तम - महा पुरुषोत्तम - महा महा पुरुषोत्तम‘
'पुरुषोत्तम' का अर्थ है - जो पुरुषों में सबसे उत्तम या सर्व-श्रेष्ठ हो, यह ईश्वर या विष्णु का नाम भी है , श्रेष्ठ पुरुष।
पुरुष का अर्थ Higher self या आत्मा भी है | इस प्रकार पुरुषोत्तम का अर्थ आत्मा का सर्वोच्च व श्रेष्ठतम स्वरूप |
‘श्री’ का अर्थ है – आलोक, समृद्धि, श्रेष्ठ,प्रतिभा, सरस्वती, शक्ति .
श्री शब्द का सबसे पहले ऋग्वेद में उल्लेख मिलता है। जिस व्यक्ति में विकास करने की और खोज की शक्ति होती है, वह श्री युक्त माना जाता है। 'श्री' शब्द महानता और अलौकिकता को प्रकट करता है।
'महा' का अर्थ है - सबसे श्रेष्ठ, महान, सबसे बड़ा
इस प्रकार, यह स्विचमंत्र 'श्री'(माँ सरस्वती) की कृपा से हमें 'श्री'( प्रतिभा, शक्ति, श्रेष्ठता) प्रदान कर हमें हमारी आत्मा के सर्वोच्च व सच्चे स्वरूप से जोड़ता है | हमारे भीतर तेज, बल, सद्बुद्धि, ज्ञान, कुशाग्रता को बढ़ा कर, हमारी विचार-शक्ति को पवित्रता, कांति और गहराई प्रदान है।
सच्चा ज्ञान वो ही है जो हमे तन से, मन से और आत्मा के तल में हमे सही राह दिखाए। श्री पुरुषोत्तम हमे हमारे तीनो तल में सर्वश्रेष्ठ बनने के लियर प्रेरित करते है। इसलिए ये स्विचमंत्र, न केवल भौतिक स्तर पर , बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक स्तर पर व्यक्ति को श्रेष्ठ बनाता है |
विद्यार्थी इस स्विचमंत्र
"श्री पुरुषोत्तम- महा पुरुषोत्तम- महा महा पुरुषोत्तम "
के नियमित जाप के द्वारा अपनी बुद्धि में प्रखरता, ध्यान में एकाग्रता, व्यक्तित्व में श्रेष्ठता और जीवन में सफलता को पा सकते हैं|