स्विच मन्त्र सीरीज़ का छठा मन्त्र तेज और सुन्दरता को बढ़ाने वाला है| ये मातृका मंत्र है, जिसके नियमित जाप से सुंदरता मिलती है। यह मंत्र केवल महिलायें ही नहीं पुरुष भी कर सकते हैं। ये स्विचमंत्र व्यक्ति के चेहरे में ओज और तेज बढ़ा के स्वाभाविक एवं शारीरिक रूप से भी सुंदर बना देता है।
स्विचमन्त्र - 6 है -
“ॐ श्रीं यं” (Om Shreem Yam)
‘श्री’ का अर्थ है – सौन्दर्य, श्रेष्ठता, गरिमा, शक्ति| “श्रीं” चक्रों को चन्द्र की पोषक और शीतल ऊर्जा प्रदान करता है| यह हृदय केंद्र में पूर्णता के भाव का आह्वाहन करता है|
“यं” शरीर में आयुर्वैदिक ‘रसधातु’ का द्योतक है| यह स्वस्थ प्लास्मा (plasma) का निर्माण करता है|
यं के साथ श्रीं शक्ति बीज को जोड़ने से यह रसधातु में तेज, स्वास्थ्य, सुन्दरता और शक्ति को बढ़ाने लगता है|
जिससे सौन्दर्य और तेज कई गुणा बढ़ता जाता है|
और “ॐ” प्रणव का जाप श्रीं की ऊर्जा से मिलकर रस धातु को पुष्ट करता है, और रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है|
इस प्रकार, छठे स्विच-मन्त्र “ॐ श्रीं यं” के निरंतर जाप ओजस और तेजस ऊर्जा बढ़ने के कारण व्यक्ति को सुन्दरता, तेज और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है|