प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में विद्युत धाराओं के रुप में ऊर्जा निरंतर प्रवाहित होती रहती है। इनकी तीव्रता की गति, रंग, आकार प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग होता है। हमारी भावनाएं, आचार-विचार और कर्म इनको संचालित करते हैं और उसी के अनुरुप यह एक सुरक्षा कवच के रुप में व्यक्ति के चारों ओर उपस्थित रहती हैं। यदि यह सुरक्षा कवच शक्तिशाली है तो शरीर में पहले तो कोई भी रोग, शोक तथा व्याधि आदि इस रक्षा कवच में प्रवेश ही नहीं कर पाती। मंत्र शक्ति के द्वारा हमारे आभामण्डल को सुदृण किया जा सकता है। अनजाने भय और शक्ति से निपटने के लिए एक अद्भुत मंत्र आपके सामने प्रस्तुत कर रहा, उम्मीद है आप इसका लाभ उठाएंगे।एक अचूक सुरक्षा कवच मन्त्रMantra for Protection and shieldingयह मन्त्र हमारी रक्षा करता है सभी दिशाओं से आने वाली संभावित नेगेटिव ऊर्जा(खतरों) सेजब भी किसी को अचानक किसी नेगेटिव एनर्जी यानि आत्मा, भूत प्रेत , शत्रु, अशुभ की संभावना अथवा जंगली जानवरों से खतरे का आभास हो तो इस मंत्र का लगातार जाप करने लग जाने से यह मन्त्र हमारी दसों दिशाओं में एक घेरा सा बना कर हमारी ओर आने वाली नेगेटिव एनर्जी के विरुद्ध लड़ने में हमारी सहायता करता हैं।मन्त्र:वज्रक्रोधाय महादन्ताय दशदिशो बंध बंध हूं फट्ट स्वाहा।।Vajrakrodhaya Mahadantaya Dashdisho Bandh Bandh Hum Phatt Swahaयह स्वयं में स्वयं सिद्ध मन्त्र है अतः जैसी स्थिति बतायी गयी है उस स्थिति में इसका निरंतर जाप आरम्भ कर देना चाहिए।Mahashakti Radianceविवेकअनंत प्रेमअनंत प्रज्ञा प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में विद्युत धाराओं के रुप में ऊर्जा निरंतर प्रवाहित होती रहती है। इनकी तीव्रता की गति, रंग, आकार प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग होता है। हमारी भावनाएं, आचार-विचार और कर्म इनको संचालित करते हैं और उसी के अनुरुप यह एक सुरक्षा कवच के रुप में व्यक्ति के चारों ओर उपस्थित रहती हैं। यदि यह सुरक्षा कवच शक्तिशाली है तो शरीर में पहले तो कोई भी रोग, शोक तथा व्याधि आदि इस रक्षा कवच में प्रवेश ही नहीं कर पाती। मंत्र शक्ति के द्वारा हमारे आभामण्डल को सुदृण किया जा सकता है। अनजाने भय और शक्ति से निपटने के लिए एक अद्भुत मंत्र आपके सामने प्रस्तुत कर रहा, उम्मीद है आप इसका लाभ उठाएंगे।एक अचूक सुरक्षा कवच मन्त्रMantra for Protection and shieldingयह मन्त्र हमारी रक्षा करता है सभी दिशाओं से आने वाली संभावित नेगेटिव ऊर्जा(खतरों) सेजब भी किसी को अचानक किसी नेगेटिव एनर्जी यानि आत्मा, भूत प्रेत , शत्रु, अशुभ की संभावना अथवा जंगली जानवरों से खतरे का आभास हो तो इस मंत्र का लगातार जाप करने लग जाने से यह मन्त्र हमारी दसों दिशाओं में एक घेरा सा बना कर हमारी ओर आने वाली नेगेटिव एनर्जी के विरुद्ध लड़ने में हमारी सहायता करता हैं।मन्त्र:वज्रक्रोधाय महादन्ताय दशदिशो बंध बंध हूं फट्ट स्वाहा।।Vajrakrodhaya Mahadantaya Dashdisho Bandh Bandh Hum Phatt Swahaयह स्वयं में स्वयं सिद्ध मन्त्र है अतः जैसी स्थिति बतायी गयी है उस स्थिति में इसका निरंतर जाप आरम्भ कर देना चाहिए।Mahashakti Radianceविवेकअनंत प्रेमअनंत प्रज्ञा
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